Chenab Bridge: भारतीय रेलवे ने 6 जून, 2025 को इतिहास रच दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया का सबसे ऊंचे चिनाब ब्रिज पर वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर श्रीनगर तक रेलवे लाइन का उद्धघाटन किया। भारतीय रेलवे के इंजीनियरों का दावा है कि यह पुल अगले 120 सालों से भी ज्यादा चलेगा। वहीं, रिक्टर स्केल पर 8 तीव्रता वाले भूकंप को भी झेलने में सक्षम है। इस लेख में हम भारतीय रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग के इस अद्भुत चमत्कार के बारे में जानेंगे।
120 साल से अधिक होगी उम्र
रेलवे इंजीनियरों का दावा है कि चिनाब नदी पर बनाए गए इस पुल की उम्र 120 साल से अधिक रहेगी। इस पुल अल्ट्रोसोनिस वेव्स से टेस्टिंग की गई है। इसमें इस बात की पुष्टि हुई है कि यह पुल बड़े-बड़े तूफान को भी झेल सकता है। वहीं, रिक्टर स्केल पर 8 तीव्रता वाले भूकंप को भी यह पुल आसानी से झेल सकता है।
कितना ऊंचा है चिनाब रेलवे पुल
जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में इस पुल को चिनाब नदी के ऊपर बनाया है। यह दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल है, जिसकी ऊंचाई 359 मीटर यानि कि 1178 फीट है। वहीं, इसकी कुल लंबाई की बात करें, तो यह 1.3 किलमीटर है। इस पुल का निर्माण रियासी के बक्कल और कोड़ी के बीच किया गया है। पुल के मुख्य आर्क की लंबाई की बात करें, तो यह 467 मीटर है।
266 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चलने वाली झेल सकता है हवाएं
इस पुल का निर्माण इतनी मजबूती से किया गया है कि यह 266 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाओं को झेल सकता है। वहीं, पुल को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह 20 टीएनटी के बराबर विस्फोटक झेल सकता है। तापमान की बात करें, तो यह -20 डिग्री सेल्सियस तक तापमान को झेलने में सक्षम है।
कितने स्टील का हुआ है उपयोग
चिनाब नदी पर बने पुल में कुल 29880 मीट्रिक टन स्टील का निर्माण किया गया है। खास बात यह है कि DRDO द्वारा इसके डिजाइन में सहयोग किया गया है। इस पुल में लगाए गए स्टील के बक्शों को कंक्रीट से भरा गया है, जिससे ताकतवर हवाएं पुल का कुछ बिगाड़ नहीं सके।
कितने रुपये में तैयार हुआ है पुल
चिनाब नदी पर बनाया गया यह पुल कुल 1486 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है। पुल के डिजाइन के हिसाब से पुल निर्माण की लागत को कम से कम रखा गया है, जिससे कम रुपये में दुनिया की सबसे ऊंची चीज को तैयार किया जा सके।