हर साल 15 अगस्त को स्वतंत्र दिवस के तौर पर बनाया जाता है। इस दिन साल 1947 में भारत ने अंग्रेजों को हरा कर आजादी हासिल की थी। यह दिन भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण दिन है, क्योंकि देश ने दो सौ साल से भी ज़्यादा समय के बाद अपनी स्वतंत्रता हासिल की थी। हालांकि, आजादी के बाद भी भारत को कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ा। इन्हीं में से एक थी भारत-पाकिस्तान के बीच विभाजन।
1947 में ब्रिटिश भारत के विभाजन के परिणामस्वरूप पाकिस्तान का निर्माण हुआ, जो द्वि-राष्ट्र सिद्धांत से प्रेरित था, जिसके अनुसार हिंदू और मुसलमान अलग-अलग राष्ट्र थे। इसके परिणामस्वरूप भारतीय उपमहाद्वीप में मुस्लिम आबादी के लिए एक अलग राष्ट्र का गठन हुआ। पाकिस्तान के भारत से अलग होने के बाद पाकिस्तान ने कई बार भारत पर हमला किया, लेकिन हर बार उन्हें नाकामयाबी ही हासिल हुई। आइए आज भारत-पाक के बीच हुई युद्ध पर एक बार नजर डालते हैं-
भारत-पाक के बीच कब-कब हुए युद्ध
साल | युद्ध |
1947 | प्रथम भारत-पाक युद्ध |
1965 | द्वितीय भारत-पाक युद्ध |
1971 | बांग्लादेश मुक्ति युद्ध |
1999 | कारगिल युद्ध |
2016 | उरी हमला और सर्जिकल स्ट्राइक |
2019 | पुलवामा हमला और बालाकोट हमला |
2025 | ऑपरेशन सिंदूर |
1947 - प्रथम भारत-पाक युद्ध
पहला बड़ा संघर्ष 1947 में, भारत और पाकिस्तान के विभाजन के तुरंत बाद हुआ। इसे पहले कश्मीर युद्ध के रूप में भी जाना जाता है। यह तब शुरू हुआ जब पाकिस्तान समर्थित कबायली लड़ाकों ने जम्मू और कश्मीर में घुसपैठ की, जिसके कारण भारत को इस क्षेत्र की रक्षा के लिए सेना भेजनी पड़ी। यह संघर्ष साल 1949 तक चला, जब संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता से युद्ध विराम लागू किया गया, जिसके परिणामस्वरूप नियंत्रण रेखा (LOC) पर कश्मीर का विभाजन हुआ, जो इस क्षेत्र में दोनों देशों के बीच वास्तविक सीमा बनी।
1965 - द्वितीय भारत-पाक युद्ध
1965 का भारत-पाक युद्ध कश्मीर विवाद को लेकर अगस्त में छिड़ा था। पाकिस्तान ने ऑपरेशन जिब्राल्टर शुरू किया, जिसका उद्देश्य कश्मीर में भेष बदलकर सैनिकों और विद्रोहियों के साथ घुसपैठ करके विद्रोह को भड़काना था। पाक के इस हरकत के बाद भारत ने बड़े पैमाने पर सैन्य आक्रमण किया, जिसमें दोनों पक्षों को भारी नुकसान हुआ। भीषण युद्ध के बाद, सोवियत संघ और संयुक्त राज्य अमेरिका ने युद्ध विराम की मध्यस्थता की और फिर समझौते पर हस्ताक्षर किए गए, लेकिन तब-तक दोनों देशों के बीच तनाव बना हुआ था।
1971 - बांग्लादेश मुक्ति युद्ध
1971 में, पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) पर पाकिस्तान के दमन के कारण काफी हिंसा भड़क थी। भारत ने बांग्लादेश स्वतंत्रता आंदोलन के समर्थन में हस्तक्षेप किया और पूर्वी मोर्चे पर सैन्य अभियान शुरू किया। भीषण युद्ध के बाद, 16 दिसंबर, 1971 को पाकिस्तानी सेना ने आत्मसमर्पण कर दिया, जिसके परिणामस्वरूप एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में बांग्लादेश का निर्माण हुआ।
1999 - कारगिल युद्ध
1999 का कारगिल युद्ध भारत के इतिहास के सबसे भीषण संघर्षों में से एक था। पाकिस्तानी सेना ने आतंकवादियों के साथ मिलकर जम्मू और कश्मीर के कारगिल में ऊंची चोटियों पर घुसपैठ की। हालांकि भारत ने उस क्षेत्र को दोबारा पाने के लिए ऑपरेशन विजय शुरू किया। कारगिल युद्ध भारत के इतिहास का वह काला पन्ना है, जिसने हजारों बेकसूरों को मौत के घाट उतार दिया।
2016 - उरी हमला और सर्जिकल स्ट्राइक
सितंबर 2016 में, जम्मू और कश्मीर के उरी में भारतीय सेना के एक अड्डे पर हुए आतंकवादी हमले के बाद, भारत ने पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकवादी शिविरों पर सर्जिकल स्ट्राइक की। इस गुप्त अभियान में आतंकवादियों द्वारा भारत में घुसपैठ करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले कई लॉन्च पैडों को निशाना बनाया गया, जिसमें कई आतंकवादी घायल हुए।
2019 - पुलवामा हमला और बालाकोट हमला
14 फरवरी 2019 का पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान को मौत के घाट उतार दिया, जब वह बस से अपने कैंप की ओर लौट रहे थे। हालांकि, जवाबी कार्रवाई में, भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के एक शिविर पर हवाई हमला किया, जो 1971 के युद्ध के बाद इस तरह का पहला हवाई हमला था।
2025 - ऑपरेशन सिंदूर
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के मशहूर टूरिस्ट प्लेस पहलगाम पर आतंकवादियों में हमला किया था, जिसमें 26 बेकसूर भारतीय नागरिक मारे गए थे। पहलगाम में हुए हमले के जवाब में पाकिस्तान ने ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत की, जिसमें पाकिस्तान के आतंकवादी ठिकानों पर मिसाइल से तेज और सटीक हमले किए गए।
यह ऑपरेशन केवल 25 मिनट का जिसमें आतंकवादियों के 80 से ज्यादा ठिकानों को मिट्टी में मिलाया गया।
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