उत्तर प्रदेश भारत का चौथा सबसे बड़ा राज्य है। हालांकि, प्रदेश में कई ऐसी चीजे मौजूद हैं, जो कि राष्ट्रीय नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर तक की मौजूद हैं। इस कड़ी में यहां एक ऐसा पार्क भी है, जो कि न सिर्फ उत्तर प्रदेश का, बल्कि पूरे एशिया की सबसे बड़ा पार्क है।
खास बात यह है कि यह पार्क सिर्फ घूमने या बैठने के लिए नहीं है, बल्कि बोटिंग कल्ब के लिए भी जाना जाता है। कौन-सा है यह पार्क, जानने के लिए यह लेख पढ़ें।
उत्तर प्रदेश का परिचय
आज जिस स्थान पर आप उत्तर प्रदेश देखते हैं, वहां कभी कोसल और पांचाल साम्राज्य हुआ करता था। हालांकि, समय के साथ-साथ यहां बदलवा हुआ और शर्की पहुंचे। शर्कियों ने यहां जौनपुर बसाया, जिसका श्रेय मोहम्मद बिन तुगलक को दिया जाता है। उन्होंने 1359ई. में अपने चचेरे भाई जोना खा(मोहम्मद बिन तुगलक) की याद में इस शहर को बसाया था और उन्हीं के नाम पर इस शहर का नाम रखा था।
शर्की काल में यह जिला शिक्षा का प्रमुख केंद्र हुआ करता था। बाद में यहा मुगलों ने अवध सूबा बसाया और ब्रिटिश ने उत्तर-पश्चिम प्रांत का गठन किया। हालांकि, बाद में ब्रिटिश ने अवध सूबे को उत्तर-पश्चिम प्रांत में मिला दिया और यह संयुक्त प्रांत कहलाया। देश आजाद हुआ, तो 24 जनवरी, 1950 में यह उत्तर प्रदेश बन गया। आज यह देश के प्रमुख राज्यों में शामिल है और धार्मिक व सांस्कृतिक विरासत का केंद्र है।
किस जिले में है एशिया का सबसे बड़ा पार्क
सबसे पहले हम यह जान लेते हैं कि यूपी के किस जिले में एशिया का सबसे बड़ा पार्क मौजूद है, तो आपको बता दें कि नवाबों की नगरी यानि कि लखनऊ जिले में एशिया का सबसे बड़ा पार्क मौजूद है।
कौन-सा है एशिया का सबसे बड़ा पार्क
अब हम यह जान लेते हैं कि आखिर एशिया का सबसे बड़ा पार्क कौन-सा है, तो आपको बता दें कि एशिया का सबसे बड़ा पार्क जानेश्वर मिश्र पार्क है। यह पार्क लखनऊ के गोमतीनगर में स्थित है।
कितना बड़ा है पार्क
लखनऊ का यह पार्क कुल 376 एकड़ में फैला हुआ है, जिसमें हजारों पेड़-पौधे व फूलों की क्यारियां बनी हुई हैं। पार्क में करीब 6.5 किलोमीटर का साइकिल ट्रैक व पैदल पथ है। वहीं, यहां बच्चों के खेलने के लिए अलग से चिल्ड्रन पार्क और एक बोटिंग क्लब भी है। यही वजह है कि यहां प्रतिदिन बड़ी संख्या में सैलानी पहुंचते हैं। इसके अतिरिक्त, पार्क में आकर्षण के लिए फाइटर जेट भी मौजूद है, जो कि यहां आने वाले लोगों आकर्षित करता है। साथ ही, पार्क में अलग-अलग कलाकृतियां भी देखने को मिलती हैं।
लखनऊ के लंग्स के रूप में है पहचान
लखनऊ का यह पार्क लखनऊ के लंग्स के रूप में पहचान रखता है। यही वजह है कि पर्यावरणीय रूप से भी इस पार्क का विशेष महत्त्व है। हम उम्मीद करते हैं कि यह लेख आपको पसंद आया होगा। इसी तरह सामान्य अध्ययन से जुड़ा अन्य लेख पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।
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