World's Highest Motorable Road: भारत की बॉर्डर रोड्स ऑर्गनाइजेशन (BRO) ने लद्दाख में मिग ला पास पर दुनिया की सबसे ऊँची मोटरेबल रोड (मोटर योग्य सड़क) का निर्माण किया है, जिसकी ऊँचाई 19,400 फीट (5,913 मीटर) है। यह सड़क पहले के रिकॉर्डधारी उमलिंग ला पास (19,024 फीट) को पीछे छोड़ते हुए तैयार की गई है। यह सड़क, जो Likaru-Mig La-Fukche मार्ग का हिस्सा है, Project Himank के तहत विकसित की गई है और इसकी सामरिक एवं नागरिक महत्व दोनों दृष्टियों से अत्यधिक अहमियत है।
मिग ला पास की नई सड़क हांले क्षेत्र को फुकचे गांव से जोड़ती है, जो वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के पास स्थित है। यह सड़क कठिन भौगोलिक और मौसम संबंधी परिस्थितियों में भी साल भर संपर्क सुनिश्चित करेगी। अब मिग ला पास एवरेस्ट के दक्षिण बेस कैंप (17,598 फीट) और उत्तर बेस कैंप (16,900 फीट) से भी ऊँचा बन चुका है।
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इस उपलब्धि से न केवल भारत की रक्षा क्षमताओं में सुधार होगा, जैसे कि तेज़ी से सैनिकों की तैनाती और लॉजिस्टिक सपोर्ट, बल्कि स्थानीय निवासियों के जीवन में भी सुधार आएगा। इससे स्वास्थ्य सेवाओं, शिक्षा और व्यापार तक आसान पहुँच संभव होगी और लद्दाख में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
प्रोजेक्ट हिमांक (Project Himank)
प्रोजेक्ट हिमांक (Project Himank, BRO की एक विशेष पहल है, जिसकी स्थापना अगस्त 1985 में की गई थी। इसका उद्देश्य लद्दाख और जम्मू-कश्मीर के हाई Altitude क्षेत्रों में सड़क निर्माण करना है। इस प्रोजेक्ट ने खारदुंग ला, टांगलांग ला, चांग ला, उमलिंग ला जैसी प्रमुख ऊँचाई वाली सड़कें और Himank Setu एवं Tsultak पुल जैसे रणनीतिक पुल बनाए हैं।
निर्माण नहीं था आसान
लगभग 20,000 फीट की ऊँचाई पर निर्माण करना आसान नहीं था। वहाँ अस्थिर भू-भाग, ढीली मिट्टी, बर्फीली हवाएँ और बर्फीले तूफ़ान चुनौतीपूर्ण थे। कामगारों को समुद्र तल की तुलना में आधी ऑक्सीजन स्तर और कठोर ठंड का सामना करना पड़ा। Brigadier Vishal Srivastava के नेतृत्व में BRO टीम ने नवीन तकनीकों और उच्च तकनीकी कौशल के साथ इस कार्य को सफलतापूर्वक पूरा किया।
सामरिक और नागरिक महत्व
मिग ला पास सड़क फुकचे पहुँचने का तीसरा प्रमुख मार्ग बनाती है, जिससे सैन्य तैनाती में तेजी आएगी और सीमा प्रबंधन क्षमता बढ़ेगी। स्थानीय समुदायों के लिए यह सड़क स्वास्थ्य, शिक्षा और व्यापार तक बेहतर पहुँच सुनिश्चित करेगी, साथ ही हाई Altitude पर्यटन और साहसिक यात्रा के नए अवसर भी खोलेगी।
मिग ला पास रोड हाईलाइट्स
लोकेशन | मिग ला पास, लद्दाख |
ऊँचाई | 19,400 फीट (5,913 मीटर) |
पूर्व रिकॉर्ड | उमलिंग ला पास (19,024 फीट) |
परियोजना | Project Himank (BRO) |
नेतृत्व | Brigadier Vishal Srivastava (Chief Engineer, Project Himank) |
सामरिक भूमिका | प्रमुख सीमा मार्ग, सैन्य लॉजिस्टिक्स में सुधार |
नागरिक भूमिका | स्थानीय पहुंच, पर्यटन को बढ़ावा |
मिग ला पास में भारत की यह नई विश्व रिकॉर्ड सड़क न केवल हाई Altitude इंजीनियरिंग में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है, बल्कि यह Project Himank की महत्ता को भी दर्शाती है, जो लद्दाख के कठिन भू-भाग में सामरिक सुरक्षा और स्थानीय समुदायों के विकास दोनों के लिए महत्वपूर्ण है।
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