भारतीय रेलवे दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है। वहीं, एशिया में यह दूसरे पायदान पर आता है। रेलवे के पास 67000 किलोमीटर से अधिक का रेल नेटवर्क है। इसके अतिरिक्त, रेलवे में प्रतिदिन 13 हजार से अधिक पैसेंजर ट्रेनों का संचालन होता है, जो प्रतिदिन 7500 से अधिक रेलवे स्टेशन से गुजरती हैं।
इन सभी रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की भीड़ और आवाजाही देखने को मिलेगी। हालांकि, रेलवे में एक स्टेशन ऐसा भी है, जहां प्रतिदिन टिकट तो बिकते हैं, लेकिन यहां से कोई यात्रा नहीं करता है। कौन-सा है यह रेलवे स्टेशन, जानने के लिए यह लेख पढ़ें।
किस रेलवे स्टेशन से यात्रा नहीं करते हैं यात्री
सबसे पहले हम यह जान लेते हैं कि भारत में कौन-सा रेलवे स्टेशन है, जहां सिर्फ टिकट बिकते हैं, लेकिन कोई भी व्यक्ति यात्रा नहीं करता है। दरअसल, इस रेलवे स्टेशन का नाम दयालपुर है, जो कि प्रयागराज जोन में आता है।
1954 में शुरू हुआ था रेलवे स्टेशन
दयालपुर रेलवे स्टेशन को देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू द्वारा शुरू किया गया था। उस समय यहां ट्रेनें रूका करती थीं और यात्रियों की आवाजाही भी होती थी।
2006 में बंद हुआ रेलवे स्टेशन
दयालपुर रेलवे स्टेशन 1954 में शुरू होकर साल 2006 में बंद हो गया। दरअसल, यहां यात्रियों की आवाजाही बंद हो गई थी, जिसके बाद रेलवे द्वारा इस रेलवे स्टेशन को बंद करना पड़ा।
रेलवे में नियम है कि यदि किसी स्टेशन पर 50 से कम टिकटों की बिक्री होती है, तो उस रेलवे स्टेशन को बंद कर दिया जाता है। क्योंकि, ऐसा न करने पर रेलवे को आर्थिक नुकसान होता है।
2020 में फिर शुरू हुआ रेलवे स्टेशन
स्थानीय लोगों के प्रयास के बाद भारतीय रेलवे ने 2020 में फिर से स्टेशन को शुरू किया। इसके तहत लोगों ने खुद से ही रेलवे स्टेशन से टिकट खरीदना शुरू किए, जिससे यह फिर से बंद न हो।
प्रतिदिन 700 रुपये की होती है बिक्री
दयालपुर के लोग अब प्रतिदिन करीब 700 रुपये की टिकट खरीदते हैं, लेकिन वे यहां से सफर नहीं करते हैं। वर्तमान में यहां सिर्फ एक ही ट्रेन का स्टॉपेज रखा गया है, जिससे स्टेशन का संचालन किया जा सके।
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