Habits of Good Readers: कहते हैं "किताबें इंसान की सबसे अच्छी दोस्त होती हैं, वो ना डिमांड करती हैं, ना कंप्लेंट, बस साथ देती हैं।" आज जहां हम ढेर सारे शब्दों और Gen Z शब्दों को समझने और रोजाना के मेल और मैसेज को देख रहे हैं। ऐसे में आपका फोकस स्क्रीन से हटकर किताबों पर कैसे जाए ये बड़ी चुनौती है। कई रिसर्च बताती हैं कि जब इंसान का मानसिक बोझ बढ़ जाता है, विशेष तौर पर फोन पर फोकस करने की क्षमता इंसान की बढ़ती जा रही है, तो वे पढ़ना छोड़ देते हैं। किताबें पढ़ने से मन शांत और चिंतामुक्त होता है, जिसके लिए ग्रेड रीडर जाने जाते हैं। लेखक अपनी एक कलम और कागज के साथ हजारों लोगों को आनंद, मनोरंजन और हंसी प्रदान करने का काम करते हैं और इस काम की सराहना किताबी शौकिन उसे पढ़कर पूरी करते हैं।
यदि आप किताबें पढ़ने के शौकीन नहीं भी हैं तो आज का लेख आपके बड़े काम आ सकता है। जी हां, आज लेख में पढ़िए किताबों के शौकीनों की ऐसी 5 सबसे बेहतरीन आदतों के बारे में, जो आपके ज्ञान और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
अच्छे रीडर की 5 सबसे बेहतरीन आदतें
साइकोलॉजी के अनुसार, किताबें न सिर्फ मन को हल्का करती हैं बल्कि किसी भी व्यक्ति के अंदर रचनात्मकता भी बढ़ाती हैं। यहां किताबों के शौकीनों की 5 सबसे बेहतरीन आदतों के बारे में देखें, जिन्हें अपनाकर आप भी अपने ज्ञान और भरपूर्ण शब्दकोश को बढ़ा सकते हैं:
ध्यान से पढ़ना
अच्छे पाठक सिर्फ आंखों से नहीं, बल्कि दिमाग से पढ़ते हैं। वे पढ़ते समय मोबाइल, टीवी या अन्य ध्यान भटकाने वाली चीजों से दूर रहते हैं। एकाग्र होकर पढ़ने से विषय को गहराई से समझा जा सकता है। अच्छे पाठक पढ़ते समय मुख्य बिंदुओं पर ध्यान देते हैं और जरूरी बातों को याद रखने की कोशिश करते हैं। वे हर शब्द को समझने का प्रयास करते हैं, न कि केवल पन्ने पलटते हैं।
रोजाना पढ़ने की आदत
एक अच्छा रीडर रोजाना पढ़ने की आदत को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाते हैं। फिर चाहे दिन में 20 मिनट ही क्यों न हों, वे लगातार पढ़ते रहते हैं। रोजाना पढ़ने से दिमाग एक्टिव होता है, सोचने की क्षमता बढ़ती है और नई जानकारी जुड़ते हैं। एक अच्छा रीडर इस बात को भली भांति समझते हैं कि बहुत पढ़ने से ज्यादा जरूरी है हर दिन थोड़ा-थोड़ा पढ़ना। वे समय निकालकर न्यूजपेपर, किताब, आर्टिकल या ब्लॉग पढ़ते हैं। यह आदत उनकी सबसे बेहतरीन आदतों में से एक है।
नोट्स बनाने के साथ पढ़ने की आदत
अच्छे रीडर पढ़ते समय कुछ अहम बिंदुओं को नोट करते हैं। वे कठिन शब्द, लाइन या विचार को हाइलाइट कर लेते हैं। इससे पढ़ा हुआ उन्हें ज्यादा समय तक याद रह जाता है। नोट्स बनाने से टॉपिक को दोबारा समझना आसान हो जाता है। अच्छे रीडर ये बात जानते हैं कि सिर्फ पढ़ लेना काफी नहीं है, उसे याद रखना और समझना भी जरूरी है। इसलिए वे अपनी भाषा में बातें लिखते हैं। यह आदत खासकर छात्रों और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वालों के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकती है।
सवाल करने और सोचने की आदत
रीडर पढ़ते समय सवाल पूछते हैं। वे जो पढ़ रहे होते हैं, उस पर सोचते हैं। वे हर बात को बिना सोचे-समझे नहीं मानते। पढ़ते समय उनके मन में जिज्ञासा बनी रहती है। यह आदत उनके सोचने की क्षमता को मजबूत बनाती है। अच्छे रीडर किसी भी टॉपिक को गहराई से समझने के लिए अलग-अलग दृष्टिकोण से सोचते हैं। वे लेखक की बात से सहमत या असहमत हो सकते हैं, लेकिन कारण जरूर ढूंढते हैं। सवाल पूछने की आदत उन्हें तार्किक और समझदार बनाती है। अपनी इस आदत से वे ज्ञान जल्दी हासिल करने के लिए जाने जाते हैं।
अलग - अलग विषयों को पढ़ने की आदत
अच्छे रीडर केवल एक ही विषय तक सीमित नहीं रहते। वे अलग-अलग विषयों की किताबें और लेख पढ़ते हैं, जैसे सामान्य ज्ञान, इतिहास, विज्ञान, आत्म-विकास, कहानियां आदि। इससे उनकी सोच का दायरा बढ़ता है। विविध विषय पढ़ने से नए विचार मिलते हैं और दुनिया को देखने का नजरिया बदलता है। अच्छे रीडर यह समझते हैं कि हर विषय कुछ न कुछ सिखाता है। यह आदत उन्हें ज्यादा समझदार, रचनात्मक और आत्मविश्वासी बनाती है।
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